जल जीवन मिशन समीक्षा बैठक
राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। जिला कलक्टर सक्सेना ने अधिकारियों को निर्देष देते हुए कहा कि जल जीवन मिशन में लक्ष्या व उदेश्यानुसार कार्य करें जिससे कि योजनानुसार कार्य हो सके। बैठक में उन्होने क्रियान्वयन सहायक एजेन्सी द्वारा किये जा रहे कार्यो के प्रति गुणवत्तापुर्ण कार्य करने के लिये कहा इसके साथ ही संस्था भारती विकास संस्थान को 15 दिवस में पीआरए, बेसलाईन सर्वे तथा पर्याप्त व योग्य मानव संसाधन नियुक्त कर 7 दिवस में चयनीत 100 गॉवो में पीआरए गतिविधी सम्पन्न कर अगली बैठक में प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने हेतु आवष्यक निर्देश दिये।
बैठक मे स्कुल व आँगनवड़ीयों में जल संबंध हेतु स्वीकृत योजनाओ के सिंगल फेज में सोलर पर करने के लिये आवश्यक प्रस्ताव का पुनः समीक्षा कर अगली बैठक में प्रस्तुत करने के लिये कहा। इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्साह चौधरी ने आवश्यक निर्देश देते हुए लम्बित कार्यो को जल्द पुरा करने के लिए कहा।
सदस्य सचिव अधीक्षण अभियंता जन स्वास्थ्य अभियात्रिंकी विभाग वृत राजसमन्द शिवदयाल मीणा ने जिले परिदृष्य के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि कुल घरेलु संबंध के लक्ष्य में डाटा संसोधन में कुल लक्ष्य में 7445 घरों की वृद्वि हुई है। इसके साथ ही स्वीकृत योजनाओं के जल स्त्रोतों के स्थायीत्व के लिये वाटरशेड विभाग, भुजल विभाग के साथ स्त्रोतो को चिन्हित कर वर्षा जल संरचना निर्माण का कार्य किये जाने तथा ग्रामीण सहभागिता आंकलन (पीआरए) करते हुए विलुप्त सामृत वाटर बोडी को पुर्नजीवित करने के लिये कार्य किया जाना है।
बैठक में इस अवसर पर विभाग के अधिशाषी अभियंता विनोद बिहारी शर्मा, राज कुमार सक्सेना, राम लाल मीना, सुरेश सेठी, सहायक अभियन्ता निशांत सारंग, शुभम बागोरा, वाटर शेड विभाग के अधिक्षण अभियंता सी पी बांगडी, अधिशाषी अभियंता वीरेंदर, राजन साहू आदि उपस्थित थे।