राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कमजोर तबके तक न्याय की पहुंच सुनिश्चित करने हेतु निरंतर कार्य करता है। इसी कड़ी में प्राधिकरण के पैरालिगल वॉलियन्टर की सजगता से देवगढ़ क्षेत्र के मानसिक रूप से कमजोर बालिका को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल पाएगा।
मनीष कुमार वैष्णव, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, ने प्रकरण के सबंध में जानकारी देते हुये बताया कि तालुका विधिक सेवा समिति देवगढ़ में कार्यरत पैरालिगल वॉलियन्टर चेतना सेन द्वारा देवगढ़ क्षेत्र के विद्यालय में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन के दौरान एक बालिका रेखा(काल्पनिक नाम) जो देवगढ़ तहसील में स्थित एक गांव में राजकीय विद्यालय में अध्ययनरत मिली जो मानसिक रूप से अस्वस्थ्य प्रतित हुई।
उक्त पीएलवी द्वारा विद्यालय के प्राचार्य से बालिका के सबंध में जानकारी ली तो पाया कि उक्त बालिका कक्षा 6 में अध्ययनरत है जो बचपन से मानसिक रूप से अस्वस्थ्य है एवं उक्त बालिका के विकलगंता प्रमाण पत्र नहीं बनने के कारण जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
बालिका के स्वास्थ्य जांच एवं विकलांगता सर्टिफिकेट जारी करवाने हेतु प्रमुख चिकित्साधिकारी, आर के अस्पताल को निर्देशित किया एवं बालिका को मेडिकल बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत करने एवं कार्यवाही में सहयोग करने हेतु पीएलवी चेतना सेना को नियुक्त किया गया।
जिसकी अनुपालना में दिनांक 12 अप्रैल 2022 को पीएलवी द्वारा बालिका को उसके पिता के साथ देवगढ़ से आर.के अस्पताल राजसमंद लाकर मेडिकल बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया गया। प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गयी जो जल्द ही जारी होने पर प्रार्थीया को जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलवा दिया जावेंगा एवं बालिका को शिक्षा हेतु विशेष विद्यालय में प्रवेश दिलवाए जाने बाबत् भी कार्यवाही की जा रही है। इस प्रकार पैरालिगल वॉलियन्टर जरूरतमंदों के लिये मददगार साबित हुई।