फल सेवा में प्रभु को आरोगाये सवा लक्ष आम
जेष्ठाभिषेक स्नान के दर्शन की सुंदर एवं सुचारु व्यवस्था में लगे मंदिर सेवकों का किया सम्मान
नाथद्वा (दिव्य शंखनाद)। ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा के अवसर पर पुष्टिमार्गीय प्रधान पीठ श्रीजी प्रभु की हवेली में मंगला दर्शन में श्रीजी प्रभु को अधिवासित जमुना जल में केसर, चंदन, बरास, सुगंध एवं सुगंधित पुष्पों से युक्त अधिवासित जल से शंख द्वारा पुरुष सूक्त के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ स्वर गान के साथ गो.चि.105 श्री विशाल बावा ने श्रीजी प्रभु का ज्येष्ठाभिषेक स्नान कराया।
श्रीजी प्रभु के ज्येष्ठाभिषेक स्नान के पश्चात लालन प्रभु के चबूतरे पर श्री लाडले लाल प्रभु को विराजित कर श्री विशाल बावा ने लाडले लाल प्रभु का जेष्ठाभिषेक स्नान किया! इस अलौकिक दर्शन का लाभ हजारों वैष्णवों ने लिया! दर्शन पश्चात श्रीजी प्रभु को फल सेवा में सवा लाख आम का भोग धराया गया। श्रीजी मंदिर की ओर से ठाकुर जी के प्रसाद के रूप में वैष्णवों को आम एवं स्नान के जल का वितरण भी किया गया।
श्रीजी प्रभु के ज्येष्ठाभिषेक स्नान के दर्शन की व्यवस्था बड़ी सुंदर एवं सुचारू रही वैष्णवों को खेवा पद्धति से दर्शन कराए गए जिससे सभी को आराम से दर्शन हुए, दर्शन व्यवस्था में लगे मंदिर के सेवकों एवं कर्मचारियों का श्री विशाल बावा ने राजभोग दर्शन के पश्चात सभी का सम्मान किया जिनमें मंदिर मंडल सीईओ श्री जितेंद्र ओझा, मंदिर के अधिकारी श्री सुधाकर उपाध्याय, जमादार अनिल सनाढ्य एवं उनकी टीम के सदस्य, गिरीश व्यास, श्री समीर भाई, अंजन शाह, उमंग मेहता, कैलाश पालीवाल आदि पचास से अधिक सेवकों का ऊपरना ओढाकर एवं प्रसाद प्रदान कर सम्मान किया।