राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। जिले की चारभुजा क्षैत्र के खरनोटा गांव में निवासरत सोसर देवी को लम्बे समय से सांस फूलने, शरीर में थकावट रहने और बार-बार बिमार होने की समस्या थी लेकिन कभी ध्यान ही नही दिया। पिछले कुछ समय से सोसर को बहुत ज्यादा समस्या हो रही थी।
जांच में हार्ट के वाल्व की गंभीर बिमारी सामने आई तो देलवाड़ा स्थित एक निजी हॉस्पीटल में मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत हार्ट की सफल सर्जरी की गई। योजना के तहत उपचार पर हुए 1 लाख 82 हजार रूपये का क्लेम बुक किया गया। परिवार का एक भी रूपया खर्च नही हुआ और तीन बच्चो की मां सोसर देवी को नई जिदंगी मिल गई।
सोसर देवी का उपचार करवाने गुजरात में एल्यूमिनियम सेक्सन बनाने का कार्य करने वाले उनके पति नारायण गुर्जर गांव पहुंचे तथा देलवाड़ा स्थित एक निजी हॉस्पीटल में लेकर गयें। जहां जांच के बाद पता चला की सोसर देवी के हार्ट के वाल्व की गंभीर बिमारी है जिसका उपचार सर्जरी से ही संभव है। हार्ट के ऑपरेशन का सून कर नारायण उदास हो गया तथा बताया की उसके पास इतना मंहगा उपचार करवाने के लिये रूपये नही है।
हॉस्पीटल में संचालित चिरंजीवी हैल्प डेस्क से उनका जनआधार कार्ड मांगा गया जो तुरंत नारायण ने उपलब्ध करवा दिया जिसमें पता चला की सोसर देवी का परिवार चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में पात्र परिवार है। जब नारायण गुर्जर को बताया की मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत उनकी पत्नी का कैशलेस उपचार हो जायेगा तो नारायण गुर्जर ने राहत की सांस ली।
नारायण गुर्जर ने बताया की पूरे परिवार में एक केवल एक वही कमाने वाला है तथा मां-बाप, पत्नी और तीन बच्चो की ग्रहस्थी को चलाने में ही कमाये सारे पैसे खर्च हो जाते है। ऐसे में पत्नी सोसर का इलाज कर्ज लेकर या जमीन गिरवी रख कर करवाना पड़ता। मेरे 8 और 6 वर्ष की दो बच्चीयां और एक 3 वर्ष का बच्चा है जो पूरी तरह मां सोसर पर ही निर्भर है। नारायण भावुक हो मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए बोला की भलो वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रो जो असी योजना चलाई जो गरीबा रे वाते कणी संजीवनीउ कम नी है।