राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। नाबार्ड द्वारा केंद्रीय क्षेत्र योजना के अंतर्गत राजसमंद जिले में कृषि आधारभूत संरचना निधि के तहत वित्तीय सुविधा एवं एफपीओ हेतु जिला स्तरीय निगरानी समिति की बैठक का आयोजन सीईओ उत्साह चौधरी की अध्यक्षता में जिला कलक्टर कार्यालय में आयोजित की गयी।
इस अवसर पर समीक्षा बैठक मे सीईओ चौधरी ने एफपीओ को निर्देश देते हुए कहा कि संगठित व्यापार से किसानों को जोड़ते हुए आय वृद्धि हेतु गतिविधि को बढ़ावा देना चाहिए। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर रामचरन शर्मा ने अधिकारियों को विभिन्न विभागों की योजनाओं से अधिकाधिक किसानों को एफपीओ के माध्यम से लाभान्वित करने पर बल दिया।
बैठक में बायफ संस्थान के प्रतिनिधि अतुल शर्मा द्वारा जिला राजसमंद में गठित एफपीओ की वर्तमान स्थिति के बारे में सदन को अवगत कराया तथा खमनोर व कुंभलगढ़ की वर्तमान प्रगति से सदन को अवगत कराया गया। बैठक में नाबार्ड डीडीएम वसुंधरा द्वारा कृषि आधारभूत संरचना निधि की योजना प्रगति व सफल क्रियान्वयन एवं संचालन हेतु दिशा निर्देश से सदन को अवगत कराया गया इसके साथ ही वर्ष 2022.23 के लिए एपीओ गठन के लिये ब्लॉक देलवाड़ा, रेलमंगरा, राजसमंद व आमेट मे उपज क्लस्टर क्षेत्र का चयन व अनुमोदन किया गया।
बैठक में लीड बैंक मैनेजर, सुरेश उपाध्याय, जिला उद्योग केंद्र से राजेश त्यागी, फिशरीज अधिकारी हर्षिता शर्मा, हॉर्टिकल्चर से खुमान सिंह, बायफ संस्थान से अतुल शर्मा, नरेश कुमार, देवीलाल कृषि विभाग से विनोद जैन, डीडीएम नाबार्ड द्वारा लीड बैंक ऑफिसर कोऑपरेटिव, कृषि विभाग, डेयरि विभाग, सहकारिता, फिशरिज पशुपालन व एफपीओ प्रतिनिधि बायफ संस्थान के प्रतिनिधि कुंभा एफपीओ से प्रेम कुमार, शम्भू बागोरा, राखी पालीवाल, यशवन्त जाट आदि उपस्थित रहे।