नाथद्वारा (दिव्य शंखनाद)। पौराणिक काल से ही गायों को मां का दर्जा दिया गया है गाय से जुड़ी सभी चीजों को देवीय माना जाता है। जो व्यक्ति गौ माता की सेवा पूजा करता है उस पर आने वाले सभी प्रकार की विपदाओं को गौ माता हर लेती है।
आज जब गौमाता लंपी वायरस की विपदा में है तो क्यों ना हम आंशिक सहयोग तो कर ही सकते हैं इस भावना को ध्यान में रखते हुए सनराइज एकेडमी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, नाथद्वारा के विद्यार्थी व शिक्षक आगे आए और उन्होंने नाथद्वारा में कांजी हाउस, बड़े मगरे के पास जहाँ गायों में फेला लंपी वायरस की रोकथाम की जा रही हैए वहाँ जाकर चारा ए दलियाए खल ए गुड़ आदि सामग्री देकर गायों की रक्षा करने में सहयोग देने की कोशिश की।
साथ ही वहां पर जो डाक्टरों की टीम द्वारा उनका उपचार केसे किया जा रहा है वह विस्तार से जाना। विद्यार्थियों ने महत्वपूर्ण बात यह भी जानी की लंपी वायरस से संक्रमित गायों की सेवा करने से इंसानों में किसी भी प्रकार की बीमारी नहीं फैलती है अतः गायों की सेवा करने में अग्रणी रहे।