राजकीय बालकृष्ण उच्च माध्यमिक विद्यालय में हुआ कृमि मुक्ति दिवस का जिला स्तरीय शुभारंभ
राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। जिले भर में 1 से 19 वर्ष तक के बच्चो एवं किशोर-किशोरीयों उत्साह से खायी दवा। जीवन में किसी भी क्षैत्र में आगे बढ़ने के लिये मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का बेहतर होना जरूरी है। इसलिये हमे दोनो ही पहलूओं पर अनुशासित रह कर बराबर ध्यान देकर सशक्त होना होगा। बेहतर स्वास्थ्य के लिये सरकार द्वारा संचालित राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस अभियान हो या एनिमिया मुक्त राजस्थान हमें इसका महत्व समझना है तथा लाभ लेकर आगे बढ़ना है। यह आव्हान जिला कलेक्टर ने स्कूली बच्चो से राजकीय बालकृष्ण उच्च माध्यमिक विद्यालय में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस अभियान के जिला स्तरीय शुभारंभ समारोह में किया।
उन्होंने बच्चो से कहा की आपको ये छोटी-छोटी बाते अभी भले ही महत्वहीन लगे लेकीन आपके अध्यापको और परिजनो द्वारा बताई और समझाई गई बातो पर आप अनुशासत रह कर अमल करे तो आप जीवन में किसी भी क्षैत्र में जायें निश्चित ही सफलता प्राप्त करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा की पढ़ाई के साथ-साथ खेलना भी जरूरी है और आप सभी खूब खेले, खूब पढ़ाई करें और जीवन में आगे बढ़े।
कार्यक्रम की शुरूआत में जिला कलेक्टर ने मां सरस्वती देवी के समक्ष दीप प्रज्जवलन किया और स्कूल के बच्चो द्वारा ईश वन्दना की गई। स्कूल के प्राचार्य प्रमोद पालीवाल ने जिला कलेक्टर एवं अन्य अतिथीयों का स्वागत उपरना औढा कर किया एवं स्वागत उद्बोधन में जिला स्तरीय शैक्षिक एवं प्रशैक्षिक गतिविधियों के संचालन में विद्यालय की भुमिका पर प्रकाश डाला।
जिले में कृमि मुक्ति की शुरूआत जिला कलेक्टर ने अपने हाथो से बच्चो को दवा वितरण करके की। डिप्टी सीएमएचओ परिवार कल्याण एवं कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ ताराचंद गुप्ता ने कृमि मुक्ति दिवस के आयोजन के महत्व एवं ऐलबेंडजॉल के उपयोग एवं जिले में अभियान के क्रियान्वयन पर विस्तार से जानकारी दी। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र गग्गड़ ने बतया की जिले में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिक्षा एवं महिला एवं बाल विकास विभागो के सहयोग से सम्पूर्ण जिलें में अभियान की क्रियान्विती की जा रही है।